Teri doli uthi,
Meri mayyat uthi,
Phool tujh par bhi barse,
Phool mujh par bhi barse,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Tu saj gayi,
Mujhe sajaya gaya ,
Tu bhi ghar ko chali,
Main bi ghar ko chala,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Tu uth ke gayi,
Mujhe uthaya gaya ,
Mehfil wahan bhi thi,
Log yahan bhi the,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Unka hasna wahan,
Inka rona yahan,
Qazi udhar bhi tha, Molvi idhar bhi tha,
Do bol tere pade, Do bol mere pade,
Tera nikah pada, Mera janaaza pada,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Tujhe apnaya gaya ,
Mujhe dafnaya gaya
Meri mayyat uthi,
Phool tujh par bhi barse,
Phool mujh par bhi barse,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Tu saj gayi,
Mujhe sajaya gaya ,
Tu bhi ghar ko chali,
Main bi ghar ko chala,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Tu uth ke gayi,
Mujhe uthaya gaya ,
Mehfil wahan bhi thi,
Log yahan bhi the,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Unka hasna wahan,
Inka rona yahan,
Qazi udhar bhi tha, Molvi idhar bhi tha,
Do bol tere pade, Do bol mere pade,
Tera nikah pada, Mera janaaza pada,
FARQ SIRF ITNA SA THA,
Tujhe apnaya gaya ,
Mujhe dafnaya gaya
11 comments:
katl kar diya miyan, kya baat hai! suhaanallah.
please visit the site of Kavi DEEPAK SHARMA for the real poetry.What you will gate out of this.Attaching his poem 4 u
Talkh Roshan
ना जाने क्यों तेरी आवाज़ सुकुन देती है बहुत
और तेरे ख्याल से ही दिल हो शाबाद जाता है
जब भी सोचता हूँ अकेला जिंदगी की बाबत
चेहरा तेरा मुस्कुराता नजर के सामने आता है
मुझे मालूम नहीं क्या तेरा मेरा रिश्ता है क्योंकर
तेरी आवाज़ जिस्म से रूह तक उतरती जाती है
क्यों तेरी बातें मुझे अपनी -अपनी सी लगती हैं
क्यों तेरे तसव्वुर से नब्ज मेरी डूबती सी जाती है
आख़िर क्यों मेरे अहसास मेरा साथ नहीं देते
और क्यों मेरे जज्बात मेरे होकर भी नहीं मेरे
क्यों मेरा मन हर लम्हा याद करता है तुझको
क्यों मुझे घेरे रहते हैं तेरी चाहतों के घेरे
मेरी जान ! मुझे इसका सबब तो नहीं मालूम
ग़र इल्म हो तुझको तो मुझे भी इत्तला करना
मेरी उम्मीदों को शायद यकीन मिल जाये
अंधेरों में हूँ तन्हा , जिंदगी को उजला करना
really nice work
Nice emotions. Hindi, teri jay ho.
nice one really
Excellent post dear blogger , and to be honest with you, I've never seen something like that before,so I will be a regular visitor to learn this strange language. 23jj
साहित्य संग्रह भारतीय साहित्य का इंटरनेट पर उपलब्ध सबसे बड़ा और सुव्यवस्थित संग्रह है। इसमें हिन्दी के अलावा और भी बहुत-सी भारतीय भाषाओं व बोलियों में रचा गया गद्य और पद्य उपलब्ध है। यह वेबसाइट देवनागरी यूनिकोड फ़ॉन्ट का प्रयोग करती है,
साहित्य के इस संग्रह में आप भी अपना योगदान दे सकते है
sahitya sangrah
niceyar. keep on
Nice bro i am speachless
ਕਾਰ ਵਿੱਚ ਵੱਜ ਕੇ
ਬੇਹੋਸ ਹੋ ਜਾਂਦਾ
ਕਾਰ ਵਾਲਾ ਚੱਕ ਕੇ ਉਸ ਨੂੰ
ਘਰ ਲੈ ਆਉਦਾ
ਤੇ
ਪਿੰਜਰੇ ਵਿੱਚ ਰੱਖ ਕੇ ਦਾਣੇ
ਪਾ ਦਿੰਦਾ ਹੈ
ਦੋ ਘੰਟਿਆ ਬਾਅਦ
ਜਦ ਕਬੂਤਰ ਨੂੰ
ਹੋਸ ਆਉਦੀ ਹੈ ਤਾਂ
ਅਪਣੇ ਆਪ ਨੂੰ ਪਿੰਜਰੇ ਚ
ਦੇਖ ਕੇ ਕਹਿੰਦਾ
.
.
ਜੇਲ ????
ਉਹ ਤੇਰੀ ਨੂੰ
ਲੱਗਦਾ ਡਰਾਵਿਰ ਮਰ ਗਿਆ,......
realy nice
Post a Comment